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सुशील दोशी को देश में हिंदी क्रिकेट कमेंटरी का जनक माना जाता है। उनके योगदान को दृष्टिगत रखते हुए मध्य प्रदेश सरकार ने सन् 2005 में ‘लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार” तथा भारत सरकार ने सन् 2016 में ‘पद्म श्री’ उपाधि से अलंकृत किया। वह देश के पहले ऐसे कमेंटेटर हैं, जिनके नाम से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के कमेंटरी बॉक्स को अब सुशील दोशी कमेंटरी बॉक्स कहा जाता है।
उन्होंने 500 से ज्यादा एक दिवसीय व टी-20 तथा 87 से ज्यादा टेस्ट मैचों की हिंदी में कमेंटरी की। हिंदी कमेंटरी के लिए उन्होंने ऑस्ट्रेलिया, पाकिस्तान, इंग्लैंड, श्रीलंका, दक्षिण अफ्रीका, अमेरिका, हांगकांग व सिंगापोर की यात्राएँ कीं।