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दुनिया देखे, जिस तख़्ते-ताऊस के आगे बड़े-बड़े राजाओं और अमीर उमराओं के मुकुट झुकते थे और दुनिया की तमाम ताकतें जिसके आगे थरथर काँपती थी, उस पर आज राठौर केसरी यशवंत सिंह का पुत्र अजीत सिंह अपने पैरों सहित खड़ा है।’ वीर शिरोमणि महराजा अजीत सिंह के पराक्रम, रणनीति, मानवीय भावना और रजिया के साथ अथाह प्रेम की वेदनामय कहानी। एक राज पुत्र की ऐसी कहानी, जो करुणा से प्रारंभ होकर शौर्य के चरम तक पहुँचती है और जो राजपूताने के गौरव की रक्षा के लिए अपने प्राणों को हथेली पर लेकर चला, सदा संघर्ष से गुज़रा और एक दिन तख्ते-ताऊस को चुनौती भरी हुंकार के साथ रौंद डाला।
एक ऐसे राजा की सच्ची कथा, जिन्होंने स्वतंत्रता और अस्मिता की रक्षा के लिए प्राण होम कर दिए।
Imprint: Penguin Swadesh
Published: Aug/2025
ISBN: 9780143477921
Length : 168 Pages
MRP : ₹199.00
Imprint: Penguin Audio
Published:
ISBN:
Imprint: Penguin Swadesh
Published: Aug/2025
ISBN:
Length : 168 Pages
MRP : ₹199.00
दुनिया देखे, जिस तख़्ते-ताऊस के आगे बड़े-बड़े राजाओं और अमीर उमराओं के मुकुट झुकते थे और दुनिया की तमाम ताकतें जिसके आगे थरथर काँपती थी, उस पर आज राठौर केसरी यशवंत सिंह का पुत्र अजीत सिंह अपने पैरों सहित खड़ा है।’ वीर शिरोमणि महराजा अजीत सिंह के पराक्रम, रणनीति, मानवीय भावना और रजिया के साथ अथाह प्रेम की वेदनामय कहानी। एक राज पुत्र की ऐसी कहानी, जो करुणा से प्रारंभ होकर शौर्य के चरम तक पहुँचती है और जो राजपूताने के गौरव की रक्षा के लिए अपने प्राणों को हथेली पर लेकर चला, सदा संघर्ष से गुज़रा और एक दिन तख्ते-ताऊस को चुनौती भरी हुंकार के साथ रौंद डाला।
एक ऐसे राजा की सच्ची कथा, जिन्होंने स्वतंत्रता और अस्मिता की रक्षा के लिए प्राण होम कर दिए।