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Sati Savitri (Hindi)/ सती सावित्री

Sati Savitri (Hindi)/ सती सावित्री

Aur Anya Nariwadi Kahaniyan Jo Aapko Batai Nahin Jatin/और अन्य नाड़ीवादी कहानियाँ जो आपको बताई नहीं जातीं

Devdutt Pattanaik/देवदत्त पट्टनायक
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Paperback / Hardback

हिंदू, बौद्ध और जैन साहित्य ऐसी कहानियों से भरा पड़ा है, जहाँ महिलाएँ पुरुषों को अपना धर्म परिभाषित नहीं करने देती हैं। आधुनिक समय में हम इसे नारीवाद कहते हैं। वेदों में, एक महिला की पसंद को स्वीकार करना एक बुद्धिमान और सुरक्षित मन की अभिव्यक्ति है। जबकि पश्चिमी मिथक में, पितृसत्ता पारंपरिक है और नारीवाद प्रगतिशील है। भारतीय मिथक में पितृसत्ता और नारीवाद दोनों हमेशा पुनर्जन्म के अंतहीन चक्रों के माध्यम से शाश्वत तनाव में सह-अस्तित्व में रहे हैं। इस प्रकार मुक्ति एक विदेशी विचार नहीं है। यह हमेशा यहाँ रहा है। आपने पितृसत्ता की कहानियाँ सुनी हैं। यह पुस्तक आपको अन्य कहानियाँ सुनाती है – वे कहानियाँ जो आपको सुनाई नहीं गईं।

Imprint: Penguin Swadesh

Published: May/2025

ISBN: 9780143473817

Length : 232 Pages

MRP : ₹250.00

Sati Savitri (Hindi)/ सती सावित्री

Aur Anya Nariwadi Kahaniyan Jo Aapko Batai Nahin Jatin/और अन्य नाड़ीवादी कहानियाँ जो आपको बताई नहीं जातीं

Devdutt Pattanaik/देवदत्त पट्टनायक

हिंदू, बौद्ध और जैन साहित्य ऐसी कहानियों से भरा पड़ा है, जहाँ महिलाएँ पुरुषों को अपना धर्म परिभाषित नहीं करने देती हैं। आधुनिक समय में हम इसे नारीवाद कहते हैं। वेदों में, एक महिला की पसंद को स्वीकार करना एक बुद्धिमान और सुरक्षित मन की अभिव्यक्ति है। जबकि पश्चिमी मिथक में, पितृसत्ता पारंपरिक है और नारीवाद प्रगतिशील है। भारतीय मिथक में पितृसत्ता और नारीवाद दोनों हमेशा पुनर्जन्म के अंतहीन चक्रों के माध्यम से शाश्वत तनाव में सह-अस्तित्व में रहे हैं। इस प्रकार मुक्ति एक विदेशी विचार नहीं है। यह हमेशा यहाँ रहा है। आपने पितृसत्ता की कहानियाँ सुनी हैं। यह पुस्तक आपको अन्य कहानियाँ सुनाती है – वे कहानियाँ जो आपको सुनाई नहीं गईं।

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