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बंगला-साहित्य में छोटी कहानियों का सूत्रपात करने वाले रवीन्द्रनाथ टैगोर ही हैं। एक समालोचक ने इनकी कहानियों के संबंध में लिखा है कि रवीन्द्रनाथ का काव्य चाहे चिरजीवी हो या न हो, पर ये कहानियाँ उन्हें निश्चित रूप से अमर कीर्ति देंगी। रवीन्द्र बाबू की ऐसी ही लोकप्रिय कहानियों का यह संग्रह अपने में विविधता और उत्कृष्टता लिए हुए है। बेहद मार्मिक ये कहानियाँ पाठक को बाँध लेती हैं।
विश्व के महान साहित्यकार >b>रवीन्द्रनाथ टैगोर ऐसे अग्रणी लेखक थे, जिन्हें नोबल पुरस्कार जैसे विश्वस्तरीय सम्मान से विभूषित किया गया। उनकी अनेक कृतियाँ प्रमुख भारतीय और विदेशी भाषाओं में अनूदित होकर चर्चित हुई हैं।
Imprint: Penguin Swadesh
Published: May/2024
ISBN: 9780143468257
Length : 152 Pages
MRP : ₹150.00
Imprint: Penguin Audio
Published:
ISBN:
Imprint: Penguin Swadesh
Published: May/2024
ISBN:
Length : 152 Pages
MRP : ₹150.00
बंगला-साहित्य में छोटी कहानियों का सूत्रपात करने वाले रवीन्द्रनाथ टैगोर ही हैं। एक समालोचक ने इनकी कहानियों के संबंध में लिखा है कि रवीन्द्रनाथ का काव्य चाहे चिरजीवी हो या न हो, पर ये कहानियाँ उन्हें निश्चित रूप से अमर कीर्ति देंगी। रवीन्द्र बाबू की ऐसी ही लोकप्रिय कहानियों का यह संग्रह अपने में विविधता और उत्कृष्टता लिए हुए है। बेहद मार्मिक ये कहानियाँ पाठक को बाँध लेती हैं।
विश्व के महान साहित्यकार >b>रवीन्द्रनाथ टैगोर ऐसे अग्रणी लेखक थे, जिन्हें नोबल पुरस्कार जैसे विश्वस्तरीय सम्मान से विभूषित किया गया। उनकी अनेक कृतियाँ प्रमुख भारतीय और विदेशी भाषाओं में अनूदित होकर चर्चित हुई हैं।