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भारत की सबसे कठिन परीक्षा, यूपीएससी पास करने का मूलमंत्र क्या है? देशभर के छात्र-छात्राएँ इस एक परीक्षा और इसके इंटरव्यू की तैयारी में महीनों और कई बार वर्षों गुजार देते हैं। यह आईएएस अधिकारी बनने के सबसे अधिक प्रतिष्ठित करियर का मार्ग प्रशस्त करती है, जिसकी कोई उम्मीद कर सकता है।
प्रश्न यह है कि इसके लिए आपको क्या करना चाहिए? मेकिंग ए डिफरेंस संघ लोक सेवा आयोग परीक्षा के लिए कोई कुंजी नहीं है, इसमें अभ्यास के लिए सवाल या बहुविकल्पीय प्रश्न भी नहीं हैं, लेकिन यह इन सबसे हटकर कुछ अनोखी चीज़ पेश करती है। इसमें सिविल सेवा में रचे-बसे एक आदमी के निर्देश हैं। एक ऐसा आदमी जिसने न सिर्फ इस परीक्षा को उत्तीर्ण किया, बल्कि आगे चलकर आईएएस में बेहद कामयाब करियर भी बनाया। एक ऐसा करियर जिसका ज़्यादातर लोग सिर्फ सपना देखते हैं। उत्तर प्रदेश सरकार के पू्र्व मुख्य सचिव आलोक रंजन ने इसमें ऐसी सूचनाएँ साझा की हैं, जिनकी जानकारी अधिकारी बनने की इच्छा रखने वाले हरेक प्रतियोगी को होनी चाहिए। अपने अनुभवों को साझा करते हुए, वे संस्था के तौर पर आईएएस की गहरी समझ प्रस्तुत करते हैं।
Imprint: Penguin Swadesh
Published: Oct/2023
ISBN: 9780143458135
Length : 304 Pages
MRP : ₹299.00
Imprint: Penguin Audio
Published:
ISBN:
Imprint: Penguin Swadesh
Published: Oct/2023
ISBN:
Length : 304 Pages
MRP : ₹299.00
भारत की सबसे कठिन परीक्षा, यूपीएससी पास करने का मूलमंत्र क्या है? देशभर के छात्र-छात्राएँ इस एक परीक्षा और इसके इंटरव्यू की तैयारी में महीनों और कई बार वर्षों गुजार देते हैं। यह आईएएस अधिकारी बनने के सबसे अधिक प्रतिष्ठित करियर का मार्ग प्रशस्त करती है, जिसकी कोई उम्मीद कर सकता है।
प्रश्न यह है कि इसके लिए आपको क्या करना चाहिए? मेकिंग ए डिफरेंस संघ लोक सेवा आयोग परीक्षा के लिए कोई कुंजी नहीं है, इसमें अभ्यास के लिए सवाल या बहुविकल्पीय प्रश्न भी नहीं हैं, लेकिन यह इन सबसे हटकर कुछ अनोखी चीज़ पेश करती है। इसमें सिविल सेवा में रचे-बसे एक आदमी के निर्देश हैं। एक ऐसा आदमी जिसने न सिर्फ इस परीक्षा को उत्तीर्ण किया, बल्कि आगे चलकर आईएएस में बेहद कामयाब करियर भी बनाया। एक ऐसा करियर जिसका ज़्यादातर लोग सिर्फ सपना देखते हैं। उत्तर प्रदेश सरकार के पू्र्व मुख्य सचिव आलोक रंजन ने इसमें ऐसी सूचनाएँ साझा की हैं, जिनकी जानकारी अधिकारी बनने की इच्छा रखने वाले हरेक प्रतियोगी को होनी चाहिए। अपने अनुभवों को साझा करते हुए, वे संस्था के तौर पर आईएएस की गहरी समझ प्रस्तुत करते हैं।
आलोक रंजन ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के सेंट स्टीफेन कॉलेज से अर्थशास्त्र में स्नातक की डिग्री हासिल करने की और इसके बाद आईआईएम अहमदाबाद से एमबीए किया। तत्पश्चात वे इसके बाद वो सन् साल 1978 में भारतीय प्रशासनिक सेवा में शामिल हुए। आलोक रंजन को उत्तर प्रदेश कैडर मिला। सन् साल 2016 में उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार में मुख्य सचिव की बड़ी जिम्मेदारी मिली। अपने सेवाकाल के दौरान वेवो प्रतिबद्धता और ईमानदारी की मिसाल रहे।