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एक विचार, एक हकीकत और एक पहेली है भारतीय सभ्यता। इस दिलचस्प किताब में नमित अरोरा हमें इतिहास की हज़ारों साल की अविस्मरणीय यात्रा पर ले जाते हैं जिसमें वे भारतीयों के सामाजिक और सांस्कृतिक पड़ावों का ब्योरा देते हैं। वे उनकी राजनीतिक उथल-पुथल और प्रतिद्वन्दिता, उनके रीति-रिवाज, व्यवसाय और पर्व-त्योहारों पर गौर करते हैं। इस क्रम में अरोरा छह ऐतिहासिक स्थलों की यात्रा करते हैं—हड़प्पा कालीन धोलावीरा, नागार्जुनकोंडा में इक्ष्वाकुओं की राजधानी, बौद्धों का ज्ञान केंद्र नालंदा, रहस्यपूर्ण खजुराहो, हम्पी में विजयनगर साम्राज्य की राजधानी और ऐतिहासिक बनारस। अपने सुस्पष्ट विश्लेषण, स्थानीय कहानियों और चित्रों के माध्यम से वे इसे जीवंत बनाते हैं। साथ ही उनकी इस पुस्तक में भारत आने वाले मशहूर यात्रियों मसलन मेगस्थनीज़, ह्वेनसांग, अलबरूनी, मार्को पोलो और बर्नियर के विवरण भी हैं जो हमारे देश के बारे में आश्चर्यजनक बातें कहते हैं।
इंडियंस में अरोरा हमारे पूर्वजों के विचारों, विश्वासों और मूल्यों की पड़ताल करते हैं—जिनमें कुछ अभी भी आधुनिक भारत को आकार दे रहे हैं, जबकि अन्य खो गए हैं। यह एक ऐसी मौलिक, शोधपूर्ण और विचारोत्तेजक पुस्तक है जो हमारी नसों में प्रवाहित हो रहे कई तरह के इतिहासों पर प्रकाश डालती है।
Imprint: Penguin Swadesh
Published: Sep/2023
ISBN: 9780143455448
Length : 288 Pages
MRP : ₹450.00
Imprint: Penguin Audio
Published:
ISBN:
Imprint: Penguin Swadesh
Published: Sep/2023
ISBN:
Length : 288 Pages
MRP : ₹450.00
एक विचार, एक हकीकत और एक पहेली है भारतीय सभ्यता। इस दिलचस्प किताब में नमित अरोरा हमें इतिहास की हज़ारों साल की अविस्मरणीय यात्रा पर ले जाते हैं जिसमें वे भारतीयों के सामाजिक और सांस्कृतिक पड़ावों का ब्योरा देते हैं। वे उनकी राजनीतिक उथल-पुथल और प्रतिद्वन्दिता, उनके रीति-रिवाज, व्यवसाय और पर्व-त्योहारों पर गौर करते हैं। इस क्रम में अरोरा छह ऐतिहासिक स्थलों की यात्रा करते हैं—हड़प्पा कालीन धोलावीरा, नागार्जुनकोंडा में इक्ष्वाकुओं की राजधानी, बौद्धों का ज्ञान केंद्र नालंदा, रहस्यपूर्ण खजुराहो, हम्पी में विजयनगर साम्राज्य की राजधानी और ऐतिहासिक बनारस। अपने सुस्पष्ट विश्लेषण, स्थानीय कहानियों और चित्रों के माध्यम से वे इसे जीवंत बनाते हैं। साथ ही उनकी इस पुस्तक में भारत आने वाले मशहूर यात्रियों मसलन मेगस्थनीज़, ह्वेनसांग, अलबरूनी, मार्को पोलो और बर्नियर के विवरण भी हैं जो हमारे देश के बारे में आश्चर्यजनक बातें कहते हैं।
इंडियंस में अरोरा हमारे पूर्वजों के विचारों, विश्वासों और मूल्यों की पड़ताल करते हैं—जिनमें कुछ अभी भी आधुनिक भारत को आकार दे रहे हैं, जबकि अन्य खो गए हैं। यह एक ऐसी मौलिक, शोधपूर्ण और विचारोत्तेजक पुस्तक है जो हमारी नसों में प्रवाहित हो रहे कई तरह के इतिहासों पर प्रकाश डालती है।
‘यह किताब उस आश्चर्य के बारे में हमारी समझ को गहरा करती है जिसे भारत कहते हैं’— पंकज मिश्रा‘एक अद्भुत और पठनीय पुस्तक . . . आप इस किताब को पढ़ते समय सदियों और सहस्त्राब्दियों को महसूस कर सकते हैं’— टोनी जोसेफ
नमित अरोरा ने इंटरनेट उद्योग में अपना करियर छोड़ कर पढ़ने और लिखने का जीवन चुना। भारत की हिंदी पट्टी में पले-बढ़े नमित दो दशकों तक लुज़ियाना, उत्तरी कैलिफोर्निया, पश्चिमी यूरोप में रहने और पचास से अधिक देशों में घूमने के बाद 2013 में भारत लौट आए। उन्होंने द लाटरी ऑफ़ बर्थ नाम के लेखों का संग्रह और लव एंड लोथिंग इन सिलिकॉन वैली नाम का उपन्यास भी लिखा है। उनके बारे में और अधिक जानकारी shunya.net पर पाई जा सकती है।