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दुर्गेश नन्दिनी बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय द्वारा रचित प्रथम बांग्ला उपन्यास है। सन 1865 के मार्च मास में यह उपन्यास प्रकाशित हुआ। दुर्गेश नन्दिनी बंकिमचन्द्र की चौबीस से लेकर 26 वर्ष के आयु में लिखित उपन्यास है। इस उपन्यास के प्रकाशित होने के बाद बांग्ला कथासाहित्य की धारा एक नए युग में प्रवेश कर गई। 16वीं शताब्दी के उड़ीसा को केंद्र में रखकर मुगलों और पठानों के आपसी संघर्ष की पृष्ठभूमि में यह उपन्यास रचित है। फिर भी इसे संपूर्ण रूप से एक ऐतिहासिक उपन्यास नहीं माना जाता, क्योंकिे इसमें काल्पनिकता का पुट है।
Imprint: Penguin Swadesh
Published: Nov/2024
ISBN: 9780143472247
Length : 142 Pages
MRP : ₹199.00
Imprint: Penguin Audio
Published:
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Imprint: Penguin Swadesh
Published: Nov/2024
ISBN:
Length : 142 Pages
MRP : ₹199.00
दुर्गेश नन्दिनी बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय द्वारा रचित प्रथम बांग्ला उपन्यास है। सन 1865 के मार्च मास में यह उपन्यास प्रकाशित हुआ। दुर्गेश नन्दिनी बंकिमचन्द्र की चौबीस से लेकर 26 वर्ष के आयु में लिखित उपन्यास है। इस उपन्यास के प्रकाशित होने के बाद बांग्ला कथासाहित्य की धारा एक नए युग में प्रवेश कर गई। 16वीं शताब्दी के उड़ीसा को केंद्र में रखकर मुगलों और पठानों के आपसी संघर्ष की पृष्ठभूमि में यह उपन्यास रचित है। फिर भी इसे संपूर्ण रूप से एक ऐतिहासिक उपन्यास नहीं माना जाता, क्योंकिे इसमें काल्पनिकता का पुट है।