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बिपिन; यूनिफ़ॉर्म के पीछे की शख़्सियत उस एनडीए कैडेट की कहानी है जिसे स्विमिंग पूल में अनिवार्य जंप नहीं कर पाने के लिए दंडित किया गया; उस नौजवान सेकंड लेफ़्टिनेंट की कहानी है जिसका आई कार्ड अमृतसर रेलवे स्टेशन पर नकली सहायक बनकर आए 5/11 गोरखा राइफ़ल्स के एक ऑफ़िसर ने चुरा लिया; उस मेजर की कहानी है जो पैर पर प्लास्टर चढ़े होने के बाद भी पाकिस्तान सीमा पर, दुश्मन की नाक के नीचे अपने सैनिकों के साथ दशहरा मनाने चौकी पर जा पहुँचा; उस सेना प्रमुख की कहानी है जिसने फैसला लिया कि भारत सीमा-पार आतंकवाद की हर हरकत का खुलकर जवाब देगा; उस चीफ़ ऑफ़ डिफ़ेंस स्टाफ़ की कहानी है जिसे सबसे ज़्यादा ख़ुशी तब मिलती थी जब वह गोरखा सैनिकों के साथ झामरे डांस करता; और उस शख्स के एक स्तब्ध कर देने वाले अंत की कहानी भी है जो रक्षा सेवाओं में बड़ी तेज़ी से ऊँचाई तक पहुँचा।
Imprint: Penguin Swadesh
Published: Feb/2024
ISBN: 9780143464273
Length : 232 Pages
MRP : ₹299.00
Imprint: Penguin Audio
Published:
ISBN:
Imprint: Penguin Swadesh
Published: Feb/2024
ISBN:
Length : 232 Pages
MRP : ₹299.00
बिपिन; यूनिफ़ॉर्म के पीछे की शख़्सियत उस एनडीए कैडेट की कहानी है जिसे स्विमिंग पूल में अनिवार्य जंप नहीं कर पाने के लिए दंडित किया गया; उस नौजवान सेकंड लेफ़्टिनेंट की कहानी है जिसका आई कार्ड अमृतसर रेलवे स्टेशन पर नकली सहायक बनकर आए 5/11 गोरखा राइफ़ल्स के एक ऑफ़िसर ने चुरा लिया; उस मेजर की कहानी है जो पैर पर प्लास्टर चढ़े होने के बाद भी पाकिस्तान सीमा पर, दुश्मन की नाक के नीचे अपने सैनिकों के साथ दशहरा मनाने चौकी पर जा पहुँचा; उस सेना प्रमुख की कहानी है जिसने फैसला लिया कि भारत सीमा-पार आतंकवाद की हर हरकत का खुलकर जवाब देगा; उस चीफ़ ऑफ़ डिफ़ेंस स्टाफ़ की कहानी है जिसे सबसे ज़्यादा ख़ुशी तब मिलती थी जब वह गोरखा सैनिकों के साथ झामरे डांस करता; और उस शख्स के एक स्तब्ध कर देने वाले अंत की कहानी भी है जो रक्षा सेवाओं में बड़ी तेज़ी से ऊँचाई तक पहुँचा।
रचना बिष्ट रावत पेंगुइन रैंडम हाउस इंडिया से प्रकाशित सात पुस्तकों की लेखिका हैं, जिनमें द ब्रेव और कारगिल शामिल हैं। वह गुरुग्राम में चमकीली आँखों और झबरी पूँछ वाले गोल्डेन रीट्रिवर, हुकुम, किताबों और म्यूज़िक कलेक्शन, और कर्नल मनोज रावत के साथ रहती हैं; जिनसे उनकी मुलाक़ात तब हुई थी जब वह इंडियन मिलिट्री एकैडमी में एक जेंटलमैन कैडेट थे और जिन्होंने आजीवन उनका कॉमरेड रहने की इच्छा जताई। बीच-बीच में, होशियार सारांश भी आ जाया करता है, जो अपनी दुनिया की तलाश में बाहर निकल पड़ा है।