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ये कहानियाँ वियतनाम की सभ्यता, संस्कृति और साहित्य से हमारा परिचय कराती हैं।
मन कहीं गहरे तक उतर जाने वाली ये कहानियाँ मानो हमें युद्ध की विभीषिका महसूस करने पर विवश कर देती हैं। तिक न्यात हन्ह खुद विएतनाम युद्ध के दौरान पेरिस शांति वार्ता में बौद्ध शांति दल के प्रमुख थे। इस संकलन की कुछ कहानियाँ युद्ध से उपजी तकलीफों, मुश्किलों तथा हिंसा का का सजीव चित्रण करती हैं। इन घटनाओं और बौद्ध आर्दशों को कहानियों का रूप देकर तिक न्यात हन्ह ने इस संकलन को एक प्रेरणाप्रद ग्रंथ का आकार दिया है।
Imprint: Penguin Swadesh
Published: Jan/2024
ISBN: 9780143464402
Length : 200 Pages
MRP : ₹199.00
Imprint: Penguin Audio
Published:
ISBN:
Imprint: Penguin Swadesh
Published: Jan/2024
ISBN:
Length : 200 Pages
MRP : ₹199.00
ये कहानियाँ वियतनाम की सभ्यता, संस्कृति और साहित्य से हमारा परिचय कराती हैं।
मन कहीं गहरे तक उतर जाने वाली ये कहानियाँ मानो हमें युद्ध की विभीषिका महसूस करने पर विवश कर देती हैं। तिक न्यात हन्ह खुद विएतनाम युद्ध के दौरान पेरिस शांति वार्ता में बौद्ध शांति दल के प्रमुख थे। इस संकलन की कुछ कहानियाँ युद्ध से उपजी तकलीफों, मुश्किलों तथा हिंसा का का सजीव चित्रण करती हैं। इन घटनाओं और बौद्ध आर्दशों को कहानियों का रूप देकर तिक न्यात हन्ह ने इस संकलन को एक प्रेरणाप्रद ग्रंथ का आकार दिया है।
तिक न्यात हन्ह वियतनाम के मशहूर बौद्ध विचारक, आध्यात्मिक गुरु और कवि हैं, जिन्हें दुनिया भर में पढ़ा और सराहा गया है। इन्होंने अनेक पुस्तकें लिखी हैं, जो जीवन को एक नई प्रेरणा प्रदान करती हैं। हिन्दी में इनके बड़ी संख्या में पाठक हैं और ये भारत में भी काफी लोकप्रिय लेखक माने जाते हैं।